बैंक का लोन कैसे माफ होता है?, बैंक का लोन माफ करने का सबसे सरल उपाय



वर्तमान समय में बहुत ही आसानी से घर बैठे बिना कागज कार्रवाई के बैंक से लोन मिल जाता है, और ऐसे जब भी लोगों को पैसों की जरूरत पड़ती है तो वह बिना सोचे समझे बैंक से लोन ले लेते हैं, किंतु कई बार खराब हालातो के चलते लोग अपने लोन को चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं,

जिसका सबसे बड़ा कारण आर्थिक तंगी, व्यापार में घाटा, बीमारी, बच्चों की पढ़ाई का खर्चा, समय पर सैलरी न मिलाना, आदि हो सकते हैं। पर क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे आपके बैंक का लोन माफ हो सके और आपको अपने लोन से छुटकारा मिल सके।

तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे, बैंक से लोन कैसे माफ होता है इसके कई तरीके हैं, पर लोन माफ हो जाने के तरीके हर व्यक्ति पर काम नहीं करते हैं, पर जो व्यक्ति सच में अपने लोन हो चुकाने में असमर्थ है, जिनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है, उन्हें सरकार की तरफ से सहायता प्राप्त होती है और सरकार द्वारा कई ऐसी योजनाएं भी चलाई गई है,

जिनके माध्यम से आपका बैंक का लोन माफ हो सकता है और आज के इस लेख में आपको बैंक का लोन कैसे माफ होगा या बैंक लोन माफ कराने के उपाय क्या है, से संबंधित जानकारी साझा कर रहे हैं।

बैंक का लोन कैसे माफ होता है?

बैंक का लोन कैसे माफ होता है

बैंक का लोन माफ कराने के लिए आपको अपने लोन देने वाले बैंक में जाकर लोन माफ कराने के लिए आवेदन देना होता है, आवेदन में आपको अपने लोन को माफ करने की वजह बतानी होती है और साथ ही आपका लोन क्यों माफ होना चाहिए, इसका भी कारण आपको आवेदन में लिखना होता है।

इसके बाद बैंक को यदि आपके आवेदन में लोन माफी की शर्तें सही लगती है तो बैंक आपसे एक एग्रीमेंट साइन करवाता है, और आपकी परिस्थिति को देखते हुए बैंक आपके लोन  को माफ कर देता है, या फिर आपके लोन चुकाने के समय को आगे बढ़ा दिया जाता है, या आपको अपने लोन में कुछ प्रतिशत राहत प्रदान कर दी जाती है, और इस प्रकार बैंक आपके लोन को माफ करता है।

बैंक लोन माफ होने के कुछ मुख्य कारण

बैंक लोन माफ होने के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

संख्याबैंक लोन माफ होने के कारण
1आर्थिक आपदा या प्राकृतिक आपदा आने पर लोन में माफी
2कर्जदार की वित्तीय स्थिति खराब होने पर लोन में माफी
3लोन रीस्ट्रक्चरिंग द्वारा लोन में माफी
4सेटलमेंट ऑफर द्वारा लोन में माफी
5सरकारी योजनाओं द्वारा लोन में माफी
6लोन का NPA घोषित होने पर लोन में माफी
7इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी के कारण लोन में माफी

#1: आर्थिक आपदा या प्राकृतिक आपदा आने पर लोन में माफी

अगर आप किसी कारणवश किसी आर्थिक या प्राकृतिक आपदा का शिकार हो जाते हैं, जैसे की: सूखा, बाढ़, भूकंप, महामारी, आदि। तो ऐसे में सरकार द्वारा लोन माफी के लिए कई योजनाएं चलाई जाती है, और इन योजनाओं के अंतर्गत कर्जदारों के लोन को माफ कर दिया जाता है। 

#2: कर्जदार की वित्तीय स्थिति खराब होने पर लोन में माफी

अगर किसी कर्जदार की वित्तीय स्थिति खराब हो जाती है जैसे की आर्थिक तंगी, बिजनेस में बड़ा नुकसान, आदि। तो ऐसे में बैंक आपकी संपत्ति, आय और कर्ज चुकाने की क्षमता को देखते हुए, आपको आपके लोन में कुछ छूट प्रदान कर देता है और यदि आपकी लोन चुकाने की स्थिति बिल्कुल नहीं रहती है, आप पूरी तरह से कर्जे में डूब जाते हैं, आपके पास कुछ भी शेष नहीं बचता है, तो उस स्थिति में बैंक आपके लोन को माफ कर सकता है। 

#3: लोन रीस्ट्रक्चरिंग द्वारा लोन में माफी

समय-समय पर बैंक अपने ग्राहकों के लिए कई नई स्कीम्स लता रहता है, जिसमें बैंक अपने कर्जदारो को राहत देने के लिए नए नियम लागू करता रहता है, साथ ही पुराने नियम को बैंक द्वारा बदला भी जाता है, जैसे कि लोन की अवधि बढ़ाना, ब्याज दरों को कम करना, लोन की किश्तों में राहत, या किस्तों को स्थगित करना।

आप बैंक की नई स्कीम्स और योजनाओं का लाभ उठाकर अपने लोन में कुछ राहत प्राप्त कर सकते हैं।

#4: सेटलमेंट ऑफर द्वारा लोन में माफी

बैंक से लोन लेने के बाद अगर एक कर्जदार लोन की भरपाई नहीं कर पाता या अपनी लोन की किस्तों को नहीं दे पता है, तो वह कर्जदार बैंक के साथ लोन सेटेलमेंट कर सकता है। लोन सेटेलमेंट के अंतर्गत कर्जदार अपने लोन की कुल राशि का कुछ प्रतिशत हिस्सा या एक बड़ा हिस्सा एक साथ बैंक में जमा करा कर अपने बाकी बचे लोन को माफ करा सकता है।

#5: सरकारी योजनाओं द्वारा लोन में माफी

समय-समय पर सरकार द्वारा लोन में माफी भी दी जाती है, बस आपको सरकार की लोन माफ करने से संबंधित योजनाओं का ध्यान रखने की आवश्यकता है, और जब भी सरकार लोन में माफी देती है, तो आपको सरकार की लोन माफी से संबंधित सभी शर्तों का पालन करते हुए, अपने बैंक लोन को माफ करा सकते हैं।

#6: लोन का NPA घोषित होने पर लोन में माफी

जब एक लोन कर्जदार अपनी लोन की किस्तों को नहीं चुका पाता है, तो ऐसे में बैंक उसके लोन को NPA (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) घोषित कर देता है, और इसी स्थिति होने पर बैंक अक्सर कर्जदार के साथ सेटलमेंट करता है और सेटलमेंट के दौरान कर्जदार की लोन की कुछ राशि को माफ कर दिया जाता है।

#7: इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी के कारण लोन में माफी

अगर कोई कर्जदार या कोई कंपनी अपने लोन का भुगतान नहीं कर पाती है, और वह दिवालिया घोषित हो जाती है, तो ऐसे में बैंक को उसे कंपनी के दिवालिया होने के कारण उसका लोन माफ करने की प्रक्रिया को शुरू करना पड़ता है, और यह प्रक्रिया इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत की जाती हैं।

हम उम्मीद करते हैं यहां बताएं सभी कारण आपको काफी अच्छे से समझ आ गए होंगे, यहां जितने भी कारण बताए गए है वह सभी लोन माफी की स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं। किंतु ध्यान रहे, लोन माफी हमेशा बैंक और सरकार की नीतियों और कर्जदार की स्थिति के ऊपर निर्भर करती है। 

बैंक लोन माफ कराने के लिए क्या करें?

अगर आप अपने लोन को नहीं चुका पा रहे हैं, तो ऐसे में आपको अपने बैंक से संपर्क करने की आवश्यकता है, और बैंक जाकर आपको बैंक मैनेजर से संपर्क करके लोन न चुकाने की समस्या को स्पष्ट रूप से उन्हें समझाना है, इसके बाद बैंक कुछ कागज कार्रवाई और कुछ जांच पड़ताल के बाद आपके लोन माफी की प्रक्रिया को शुरू कर देगा। 

People also ask: आपके पूछे गए प्रश्नों के उत्तर

प्रश्न: क्या हर व्यक्ति का लोन माफ हो सकता है?

उत्तर: नहीं, हर व्यक्ति का लोन माफ होना संभव नहीं है, क्योंकि यह बैंक की नीति, कर्जदार की स्थिति और सरकार की योजनाओं पर निर्भर करता है।

प्रश्न: क्या बैंक खुद से लोन माफ करता है?

उत्तर: जी नहीं, बैंक खुद से लोन माफ नहीं करता है, कर्जदार का लोन माफ सरकार की नीतियों और सरकार की योजनाओं के कारण संभव होता है।

प्रश्न: लोन माफी और लोन रीस्ट्रक्चरिंग में क्या अंतर है?

उत्तर: लोन माफी में कुछ या पूरा लोन माफ किया जाता है, जबकि लोन रीस्ट्रक्चरिंग में लोन की शर्तों को बदला जाता है ताकि कर्जदार को भुगतान करने में आसानी हो सके।

प्रश्न: लोन माफी का मतलब क्या है?

उत्तर: लोन माफी का मतलब है कि बैंक कर्जदार के द्वारा लिया गया कुछ कर्ज या पूरा कर्जा माफ कर देता है।

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